(1) मैं जानता हूं कि तुम अच्छे नहीं हो, तुम अच्छे नहीं हो सकते, क्योंकि अगर मैं तुम्हें क्षमा कर दूं, तो मेरी हर आह और आंसू की हर बूंद तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी। यह मेरा अभिशाप नहीं है, यह प्रकृति का प्रतिरूपण है।
(2)कितना ज्यादा झूठा अभिनय ??? इस बार खुद को बदलें। आज मैं हार स्वीकार कर रहा हूं, मैं जीत कहता हूं, लेकिन मुझे यह मिला है, भले ही यह एक झूठ है, आपने कहा था कि आप दुनिया में मूर से सबसे ज्यादा प्यार करते हैं।
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